आइए सुने अपने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी के मन की बात
मोदी जी ने अपने मन की बात से यह साबित कर दिया है कि उनके पास पढ़ाई की डिग्री हो या न हो उससे फ़र्क़ नहीं पड़ता क्योंकि वो तो बहुत बड़े विद्वान हैं।
By Rakesh Raman
मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार। ऐसा ही कहते हैं भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी जब वह अपने ‘मन की बात’ रेडियो द्वारा हम जैसी जनता को बताते हैं। मैं उनके मन की बात सुन कर इतना प्रभावित होता हुँ कि बता नहीं सकता, लेकिन फिर भी बता रहा हुँ।
इस रविवार (May 22, 2016) को तो मैं मोदी जी के मन की बात सुन कर दंग रह गया। उन्होंने कहा कि गर्मी बढ़ती ही चली जा रही है। आशा करते थे, कुछ कमी आयेगी, लेकिन अनुभव आया कि गर्मी बढ़ती ही जा रही है। और कहा कि पारा आसमान को छू रहा है।
इसे सुन कर पहली बार मुझे गर्मी के बारे में इतनी जानकारी मोदी जी के शब्दों से मिली। और मैंने यह भी जाना कि आज भारत में सबसे बड़ी समस्या गरीबी या बेरोज़गारी की नहीं बल्कि गर्मी की है। तभी तो प्रधान मंत्री अपना सारा काम छोड़ कर गर्मी के बारे में बताने आए हैं।
मोदी जी ने यह भी कहा कि पशु हो, पक्षी हो, इंसान हो, हर कोई परेशान है। माफ़ कीजिएगा, इसे ग़ल्त मत समझिएगा, यह परेशानी मोदी जी के शासन के कारण नहीं बल्कि गर्मी के कारण है।
गौर करने की बात यह है कि एक ही वाक्य से मोदी जी ने पशु, पक्षी, और इंसान को एक दूसरे के साथ मिला दिया। यही है मोदी जी के उच्च विचारों का परिणाम जो इंसान और जानवर – यहाँ तक कि कुत्ते के पिल्ले – में कोई भेद–भाव नहीं रखते। ऐसा प्रभावकारी भाषण सुन कर तो लगता है कि पशु और पक्षी भी मोदी जी को अपना वोट डाल देंगे।
इसी के साथ–साथ मोदी जी ने विश्व में पर्यावरण, मानवजाति की समस्याओं, योगा के लाभ, खेती के तरीकों, ओलिंपिक खेलों, और यहाँ तक कि टेक्नोलॉजी और कैशलेस समाज का ज़िक्र भी अपनी मन की बात में किया। इतना ज्ञान? क्या हो सकता है इतना ज्ञान एक ही जीवित व्यक्ति को? आप ही बताइए।
मोदी जी के अपार ज्ञान को देख कर तो यह लगता है कि वे विकिपीडिया ज्ञानकोश को भी पीछे छोड़ देंगे। यह उन लोगों को भी करारा जवाब है जो कहते हैं कि मोदी जी अनपढ़ हैं और अपनी डिग्री के बारे में झूठ बोल रहे हैं।
मोदी जी ने अपने मन की बात से यह साबित कर दिया है कि उनके पास पढ़ाई की डिग्री हो या न हो उससे फ़र्क़ नहीं पड़ता क्योंकि वो तो बहुत बड़े विद्वान हैं। मोदी जी जानते हैं कि पढ़ाई डिग्री में नहीं मन में होती है। इसीलिए मोदी जी ने एक अनपढ़ नारी को भारत की शिक्षा मंत्री भी बना दिया है।
बेशक अब भारत में अनपढ़ों की भीड़ बढ़ती जा रही है लेकिन मेरा मानना है कि मोदी जी अपने मन की बात से ही शिक्षा प्रणाली में सुधार और बाकी सब समस्याओं – जैसे भूखमरी, बेरोज़गारी, भ्रष्टाचार, आदि – का हल कर देंगे। यही है मोदी जी के मन की बात की शक्ति। लगता है आप मेरी बात से सहमत हैं।
अब बेरोज़गारी को ही ले लीजिए। आज बेरोज़गारी भारत में एक ख़तरनाक़ बीमारी की तरह फैली हुई है और बढ़ती जा रही है। लेकिन यदि मोदी जी कहते हैं कि बेरोज़गारी खत्म हो रही है तो हमें उनकी बात आँख बंद करके माननी चाहिए – चाहे वह बात कितनी भी झूठ क्यों न हो।
मोदी जी ने कहा कि स्वछ भारत अभियान से पुरे भारत को और भारतवासियों को साफ़ कर देंगे। ऐसे नारे से आम लोगों के साथ–साथ एक फ़िल्मी स्त्री प्रियंका चोपड़ा भी इतनी प्रभावित हुई की मोदी जी के साथ जुड़ गयी – पूरी तरह से।
भारत चाहे गंदगी की दलदल में धंसता जा रहा है लेकिन हमें मोदी जी की बात पर गौर करना चाहिए जब वो कहते है भारत साफ़ हो गया है। क्योंकि यही है मोदी जी के मन की बात।
आगे देखिए। मोदी जी के मेक इन इंडिया प्रोग्राम का असर तो पूरे देश में महसूस किया जा रहा है। यह प्रोग्राम उन्होंने उत्पादन बढ़ाने के लिए शुरू किया था। लेकिन यह ठीक से नहीं बता पाए कि वो फैकटरियों में उत्पादन बढ़ाने की बात कर रहे थे।
लोगों ने सोचा कि मेक इन इंडिया भारत में बच्चे बनाने के लिए है। हुआ यह की फैकटरियां तो बंद होती जा रही हैं और भारत में बच्चों का उत्पादन बढ़ता जा रहा है। भारत की बढ़ती आबादी एक बहुत बढ़ा सिरदर्द बन चुकी है। यह मोदी जी के मन की बात का ही असर है।
कृप्या थोड़ा धीरज रखिए। मोदी जी के मन की बात ज़रा लम्बी है। उनका कहना है कि वह अपने विरोधी दल कांग्रेस पार्टी का सर्वनाश करके भारत की राजनीति को कांग्रेस–मुक़्त और देश को भ्रष्टाचार–मुक़्त कर देंगे।
हमें मोदी जी की भावनाओं का पूरा सम्मान करना चाहिए – चाहे आज भ्रष्टाचार एक ज़हरीले साँप की तरह हर भारतवासी को डस रहा है। लोगों का कहना है की मोदी जी की सरकार भरष्टचारियो से भरी हुई है लेकिन मोदी जी के मन की बात को माने तो उनके दो साल के शासनकाल में भ्रष्टाचार का कोई मामला नहीं उठा। या यूँ कहिए कि मोदी जी ने भ्रष्टाचार का कोई मामला उठने नहीं दिया चाहे भ्रष्टाचार का केस कितना भी बड़ा क्यों न हो।
मोदी जी का देश के प्रति प्यार उनके मन की बात से और उनके कारनामों में झलकता है। इस उम्र में जब अधिकतर लोग खटिया पकड़ लेते हैं, मोदी जी इधर–उधर युँ ही भागते जा रहे हैं – कभी अमरीका, कभी जापान और कभी फ्राँस, कभी ईरान।
कृप्या इसको सिर्फ मोदी जी का सैर–सपाटा न समझिए। वे तो दूसरे देशों में भी जाकर अपने मन की बात लोगों को समझाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने नई–नई अंग्रेजी भाषा भी सीखी है हालाँकि यह कहना मुश्किल है की उनकी अंग्रेजी भाषा लोगों को कितनी समझ आती है।
मोदी जी अपने मन की बात कई तरह से बताने का प्रयत्न करते हैं। अब तो मोदी जी ने एक गाना भी हवा में छोड़ दिया है जो कहता है “मेरा देश बदल रहा है…आगे बढ़ रहा है”।
भारत आगे बढ़ रहा है या पिछड़ेपन की खाई में गिर रहा है यह कहना तो कठिन है लेकिन यह मोदी जी के मन की बात है जो उन्होंने गीत से कही है। हमें उन के मन की बात का सम्मान करना चहिये। करेंगे न सम्मान?
प्यारे देशवासियो, आज के लिए इतना ही काफ़ी है। आप सब को नमस्कार। धन्यवाद। जय हिन्द। और हाँ… भारत माता की जय।
By Rakesh Raman, the managing editor of RMN Company
Photo courtesy: Government of India










